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Monday, 27 June 2011

बेटी का सवाल..?

बेटी बनकर आई हूँ माँ-बाप के जीवन में,
बसेरा होगा कल मेरा किसी और के आँगन में,

क्यों ये रीत भगवान ने बनाई होगी,
कहते हैं आज नहीं तो कल तू पराई होगी,

देके जनम पाल-पोसकर जिसने हमें बड़ा किया,
और वक़्त आया तो उन्हीं हाथों ने हमें विदा किया,

क्यों रिश्ता हमारा इतना अज़ीब होता है,

क्या
बेटियों का बस यही नसीब होता है?

Sunday, 19 September 2010

मैं बच्चा.. हूँ!


अब मैं कोशिश नहीं करता,
कोशिश करना मुझसे आता नहीं!
जब मैं बच्चा था,
मैंने कोशिश की थी कि
जल्द बड़ा हो जाऊं,
मैंने कोशिश की थी कि
देश से ग़रीबी हटे,
लाचारी और बेकारी का
यहाँ नामोनिशान न रहे
लेकिन न तो मैं बड़ा हुआ
और न ही मेरी कोशिश काम आई,
हमेशा मुझे बच्चा कहकर
प्यार से समझाया जाता था
बेटा! अभी तुम बच्चे हो
इन कामों के लिए कच्चे हो

***

जब मैं घर से निकलता था
रास्ते में रोज़ मुझे एक अम्मा
सिर पर भारी बोझ लिए
पेट भरने भटकती थी,
मैंने कोशिश की थी कि
उसका बोझा अपने
कंधे पर उठा लूं लेकिन
मेरी कोशिश फिर नाकाम रही
जानते हैं क्यों, क्योंकि
वो खुद नहीं चाहती थी कि
उसका बोझ एक बच्चा उठाए
वो बड़े प्यार से कहती थी
तुम अभी बच्चे हो
सीधे, सादे, सच्चे हो

**

एक परी सरीखी लड़की थी
रोजाना छत पर दिखती थी
कुछ कहने की मैंने कोशिश की
मैंने उससे ये कह डाला क्या
मेरा साथ निभाओगी
उसने मुस्काके मुझे कहा
तू बच्चा है भोला भाला
हाँ! लेकिन तुम बड़े अच्छे हो
पर कुछ भी हो अभी बच्चे हो!!

Wednesday, 19 May 2010

जिंदगी... एक कविता!

जाने कैसी है ये जिंदगी
हर पल उखड़ती सांसें
हर पल पिघलता मन
हर मंजर तबाही का
हर लम्हा बरबादी का!

जाने कैसी है ये जिंदगी
हर तरफ बस धूप है
हर कोई गुम है भीड़ में
हर कोई ढूंढ़ता है अपना वजूद
हर किसी को तलाश है खुद की!!

जाने कैसी है ये जिंदगी
हर तरफ बस शोर है
हर कहीं गमों को जोर है
कोई भी खुश नहीं है
हर कोई खोजता है कोई अपना!!!

जाने कैसी है ये जिंदगी
पल में तेज धूप है
पल में सुखद छाया है
कोई यहां तनहा अकेला है
कोई भीड़ में ही घिरा है
कभी सुख कभी दुख है
कभी खुशी कभी गम है
किसी को सबकुछ देती है
किसी के पास कुछ नहीं
किसी का घर भरा है खुशियों से
किसी के पास घर ही नहीं
कौन जाने कैसी है ये जिंदगी
किसे पता है जिंदगी के बारे में
सब कहते हैं जिंदगी बस जिंदगी है
कोई कहता जिंदगी गमों के सिवा कुछ भी नहीं
मैं क्या कहूं क्या है जिंदगी
ये जैसी है वैसी तो है नहीं!!!!
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