न जाने क्यों वो हमसे इतना प्यार करते हैं
हमारी हर बात पर क्यों इतना ऐतबार करते हैं
झील सी गहरी इन आंखों में कुछ सपने लिए
वो हमसे मिलने का इंतजार करते हैं
हर आहट पर लगे उन्हें कि हम आ गए
न जाने कब हम उनके दिल में समा गए
देखते ही देखते वो भी मेरे इस दिल में
अपनी एक बहुत ही खास जगह बना गए
अहसास अपने प्यार का मुझको दिला गए
मोहब्बत की दुनिया में मुझको भी डुबा गए
जाने क्या बात थी उनकी बेशर्त मोहब्बत में
मुझे जैसे पत्थर को वो मोम जैसा बना गए
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