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- मेरी दुआ है फूलों-सी तू खिले
जैसी तू है तुझे वैसा ही एक हसीन जीवन साथी मिले - हर नई सुबह लाए तेरे लिए किरणें तेरी ख़ुशी की
तू रहे जहाँ वहाँ रहे सदा मीठी गूँज हँसी की - हो न तकदीर से तुझे शिकवे-गिले
मेरी दुआ है फूलों-सी तू खिले - हम अगर कभी दूर भी हुए यह दिन याद रहेगा
ख़ुशनसीब है जिस को दिल तेरा अपना मीत कहेगा - बनते रहे सदा जीने के सिलसिले
मेरी दुआ है फूलों-सी तू खिले -
» रचनाकार: गुलशन गुलशन बावरा
1 comment:
sundar rachanase ru-b-ru karaya!
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